मऊ के घोसी क्षेत्र में ढाई वर्षीय मासूम अभय की खुले नाले में गिरने से हुई दर्दनाक मौत ने प्रशासन की उदासीनता को उजागर कर दिया है। नगर पंचायत के वार्डों में जगह-जगह खुले नाले लोगों की जान के लिए खतरा बने हुए हैं।
घोसी नगर पंचायत में हालात भयावह
दैनिक भास्कर की टीम ने जब घोसी नगर पंचायत के वार्डों का जायजा लिया, तो खतरनाक स्थिति सामने आई वार्ड 18 मदापुर तहसील कार्यालय और कोतवाली के पास के नाले चार फीट चौड़े और पांच फीट गहरे हैं। खुले नालों से पटिया गायब है, जिससे आवागमन जोखिमभरा है। वार्ड 16 बैसवाड़ा सड़क के दोनों किनारों पर खुले और बजबजाते नाले। स्थानीय निवासी फिरोज अहमद ने बताया कि यहां लोग और पशु नालों में गिरकर घायल या मृत हो चुके हैं।
कई क्षेत्रों में समस्या गंभीर
काजीटोला, बड़ागांव उत्तरी, कस्बा, करीमुद्दीनपुर जैसे इलाकों में भी खुले नालों से स्थानीय निवासियों में भय है। शिकायतों के बावजूद नगर पंचायत की निष्क्रियता लोगों की परेशानी बढ़ा रही है। अमिला नगर पंचायत में सड़कों के किनारे खुले नाले आवारा पशुओं के लिए मौत का जाल बन चुके हैं। यहां ठेकेदार पटिया डालने का काम अधूरा छोड़कर फरार हो गया है। घोसी नगर पंचायत के ईओ अनिल कुमार का कहना है कि पटिया आते ही खुले नालों को ढकने का काम शुरू होगा।